Friday, August 13, 2010

जल रहा है ब्रिटेन ।

लंदन। ब्रिटेन ने अपने देश के लोगों को भारत से आने वाले पर्यटकों को न छूने और करीब न जाने की सलाह दी है। विजिटबिटे्रन का कहना है कि ये सलाहें सांस्कृतिक जागरूकता बढाने, गलतफहमी से बचने और यात्रियों की देखभाल करने में कर्मचारियों की सेवा में इजाफा करने के लिए है। ब्रिटेन की पर्यटक एजेंसी विजिटब्रिटेन ने खेलों के दौरान प्रभावी उपभोक्ता सेवा देने के लिए होटल मालिकों से लेकर टैक्सी चालकों तक के लिए एक सूची तैयार की है जिसमें भारत से आए किसी भी व्यक्ति से पहली बार करीब न जाने की सलाह दी गई है।
                     सवाल उठता है कि ऐसा क्यों कहलवा रही है ब्रिटिश सरकार ?  मेरे विचार से उनमें जलन की भावना पैदा हो रही है । वे हमारे देश से जल रहे हैं । वो सोच रहे हैं कि जितनी आसानी से हमारे देश के नेता भ्रष्टाचार करते चले आ रहें वो भी पूरे सम्मान के साथ , ऐसा उनके देश में क्यों नही हो पा रहा है । जिस देश को गुलाम बना कर रखा वो देश आज इतना संपन्न कैसे हो गया कि उस देश का छोटा सा नागरिक भी उनके देश के नागरिक से ज्यादा संपन्न दिखता है । यही कारण है कि ब्रिटेन की सरकार अपने नागरिकों को हिनभावना से बचाने के लिये ऐसी खबरें प्रसारित कर रही है ताकि उसके देश के लोग भारतीयों से दूर रहें और उनसे जल कर ब्रिटेन में भी ऐसी ही भ्रष्ट संस्कृति को जन्म देने की मांग ना उठाने लगें ।
                      फिर हमारे देश की केंद्र सरकार ऐसा क्यों कहलवा रही है कि ब्रिटिश वैज्ञानिकों का दिल्ली सुपरबग बैक्टीरिया भारत में नहीं फैल रहा है ? 

                        इसकी वजह है कि भारत सरकार को समझ में आ गया है कि ब्रिटेन वाले कुछ दवा कंपनीयों से  पैसा खाकर ऐसा प्रोपोगंडा कर रहे हैं । अब कोई बदनाम करें हमारे देश को  ये कोई नई बात तो नही है ( पाकिस्तान और चीन तो सालों से यही कर रहे हैं लेकिन इन दोनो देशों के बदनाम करने से ही तो आयोग गठन करके और सेना के नाम से नेताओं को पैसा खाने को मिलता है) लेकिन इस बदनामी तो ऐसी हुई कि पइसा भी नही मिला और कलंक फालतू के लगा । जब  अर्जुन सिंह के रहते भोपाल गैस कांड में करोडों पीट सकते हैं तो फिर भला ब्रिटेन को फालतू फालतू के क्यों कहने दें ।
                       
                  हमारे देश में ऐसा सुपरबग बैक्टीरीया है जो सारे संसार को खत्म कर सकता है । इसलिये केवल ब्रिटेन ही नही सारी दुनिया को हमारे देश के उस सुपरबग बैक्टीरिया से बचने का प्रयत्न करना होगा , जिसका नाम है भ्रष्ट सुपरबग ।

1 comment:

  1. बिलकुल सही है। ब्रिटेन की असलियत फिर बाहर आ गयी। वे सुधरे नहीं हैं। इतनी आसानी से उनमें समानता का भाव नहीं आ सकता। वे गुलामी के डिजाइनर हैं; उसके प्रसारकर्ता हैं; गुलामी के संरक्षक हैं।

    अंग्रेजों से और अंग्रेजी से हमे सावधान रहना पड़ेगा।

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